जो अपनी सामर्थ्य को साध कर उसका सदुपयोग कर लेता है, आत्मसंतोष और लोकसम्मान का सुख केवल उसे ही मिलता है। • श्री वीरेश्वर उपाध्याय जी
अहमदाबाद। गुजरात
युग सृजेता समारोह, नागपुर ने सक्रियता की नई उमंगों का संचार किया है। इसी के प्रभाव से १ अप्रैल को अहमदाबाद जिले के २५० युवा भाई- बहनों की कार्यशाला नरोडा, अहमदाबाद स्थित इण्डस्ट्रियल एसोसिएशन के सभागार में आयोजित हुआ। सामाजिक जागरूकता बढ़ाने के लिए अनेक प्रतिष्ठित विशेषज्ञ महानुभाव उपस्थित हुए, वहीं अपने जीवन संबंधी धारणाओं को समय की माँग और युगऋषि के चिंतन के अनुरूप ढालने के लिए शांतिकुंज के वरिष्ठ प्रतिनिधि आदरणीय श्री वीरेश्वर उपाध्याय जी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
आदरणीय श्री उपाध्याय जी ने कहा कि परमात्मा ने हर व्यक्ति को अकूत सामर्थ्य दी है, जो उसे साधकर सदुपयोग कर लेते हैं, आत्मसंतोष व लोकसम्मान का सुख केवल उन्हें ही प्राप्त होता है। उन्होंने पशु- पक्षियों की तरह केवल अपने लिए ही नहीं, महापुरुषों की तरह दूसरों के लिए जीने में जीवन की सार्थकता बताई।
नैष्ठिक कार्यकर्त्ता हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल झा ने स्वास्थ्य पर यज्ञोपैथी के प्रभाव के अनुभूत प्रयोग और उनकी वैज्ञानिकता से अवगत कराया। डॉ. विवेक विजयवर्गीय ने व्यक्तित्व विकास के सूत्र बताये। न्यायमूर्ति श्री अरविंद दवे ने गृहस्थ जीवन की सफलता और उससे जुड़ी कानूनी जानकारियों की चर्चा की। पर्यावरणविद डॉ. सतीश पटेल ने वॉटर मैनेजमेण्ट और वेस्ट मैनेजमेण्ट के सूत्र समझाये। युवा पुलिस अधिकारी श्रीमती पारूल घांघलिया ने महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण पर प्रकाश डाला।
प्रांतीय समन्वयक श्री अश्विन जानी, वरिष्ठ कार्यकर्त्ता श्री राजुभाई दवे, श्री हेमराज त्रिवेदी की गरिमामय उपस्थिति रही। संचालन श्री जीतूभाई पटेल ने किया। श्री पंकज पटेल सहित अहमदाबाद की प्राय: सभी शाखाओं का सहयोग रहा।
अहमदाबाद। गुजरात
युग सृजेता समारोह, नागपुर ने सक्रियता की नई उमंगों का संचार किया है। इसी के प्रभाव से १ अप्रैल को अहमदाबाद जिले के २५० युवा भाई- बहनों की कार्यशाला नरोडा, अहमदाबाद स्थित इण्डस्ट्रियल एसोसिएशन के सभागार में आयोजित हुआ। सामाजिक जागरूकता बढ़ाने के लिए अनेक प्रतिष्ठित विशेषज्ञ महानुभाव उपस्थित हुए, वहीं अपने जीवन संबंधी धारणाओं को समय की माँग और युगऋषि के चिंतन के अनुरूप ढालने के लिए शांतिकुंज के वरिष्ठ प्रतिनिधि आदरणीय श्री वीरेश्वर उपाध्याय जी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
आदरणीय श्री उपाध्याय जी ने कहा कि परमात्मा ने हर व्यक्ति को अकूत सामर्थ्य दी है, जो उसे साधकर सदुपयोग कर लेते हैं, आत्मसंतोष व लोकसम्मान का सुख केवल उन्हें ही प्राप्त होता है। उन्होंने पशु- पक्षियों की तरह केवल अपने लिए ही नहीं, महापुरुषों की तरह दूसरों के लिए जीने में जीवन की सार्थकता बताई।
नैष्ठिक कार्यकर्त्ता हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल झा ने स्वास्थ्य पर यज्ञोपैथी के प्रभाव के अनुभूत प्रयोग और उनकी वैज्ञानिकता से अवगत कराया। डॉ. विवेक विजयवर्गीय ने व्यक्तित्व विकास के सूत्र बताये। न्यायमूर्ति श्री अरविंद दवे ने गृहस्थ जीवन की सफलता और उससे जुड़ी कानूनी जानकारियों की चर्चा की। पर्यावरणविद डॉ. सतीश पटेल ने वॉटर मैनेजमेण्ट और वेस्ट मैनेजमेण्ट के सूत्र समझाये। युवा पुलिस अधिकारी श्रीमती पारूल घांघलिया ने महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण पर प्रकाश डाला।
प्रांतीय समन्वयक श्री अश्विन जानी, वरिष्ठ कार्यकर्त्ता श्री राजुभाई दवे, श्री हेमराज त्रिवेदी की गरिमामय उपस्थिति रही। संचालन श्री जीतूभाई पटेल ने किया। श्री पंकज पटेल सहित अहमदाबाद की प्राय: सभी शाखाओं का सहयोग रहा।