आदरणीय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी ने किया भूमिपूजन
यह देवभूमि है। मैं यहाँ के कण-कण में दिव्य संस्कारों की अनुभूति कर रहा हूँ। यहाँ बनने जा रहा गायत्री शक्तिपीठ हर साधक को, हर भक्त को नयी चेतना और नयी प्रेरणा देगा। • आदणीय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी
कटरा, जम्मू। जम्मू कश्मीर
परम पूज्य गुरुदेव ने आरंभ में देश के जिन २४ प्रसिद्ध तीर्थों में गायत्री शक्तिपीठ बनाने की घोषणा की थी, उनमें माता वैष्णोदवी का क्षेत्र भी था। युगशक्ति के निरंतर बढ़ते प्रभाव और कार्यकर्त्ताओं के उत्साह के परिणामस्वरूप वह संकल्प साकार होने जा रहा है। माता वैष्णोदेवी के द्वार कटरा से मात्र तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित धनोड़ी ग्राम में भव्य गायत्री शक्तिपीठ का निर्माण होने जा रहा है।
आदरणीय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी ने १२ अक्टूबर को धनौड़ी ग्राम में आयोजित समारोह में शक्तिपीठ निर्माण के लिए पूरे विधि- विधान के साथ भूमिपूजन किया। इस अवसर पर प्रांतीय संगठन के प्रमुख कार्यकर्त्ता और सैकड़ों श्रद्धालु ग्रामवासी उपस्थित थे। इस पावन तीर्थ में शक्तिपीठ निर्माण के प्रति अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आदरणीय डॉ. साहब ने कहा कि यह देवभूमि है। यहाँ के कण- कण में संस्कारों की अनुभूति मैं कर रहा हूँ। यहाँ बनने जा रहा गायत्री शक्तिपीठ हर साधक को, हर भक्त को नयी चेतना और नयी प्रेरणा देगा।
आद. डॉ. साहब ने उपस्थित परिजनों के उत्साह की सराहना की और प्रस्तावित शक्तिपीठ को तीन वर्ष के भीतर पूरा कर लेने की सलाह दी। उन्होंने प्रदेश के नैष्ठिक कार्यकर्त्ताओं से कहा कि इसके लिए गायत्री चेतना केन्द्र बैंगलोर का निर्माण करने वाले युवाओं की तरह इस पुनीत कार्य के लिए उन्हें भी अपनी प्रथम आहुति देनी चाहिए, अपना एक- एक माह का वेतन शक्तिपीठ निर्माण के लिए लगा देना चाहिए। उन्होंने देशभर के नैष्ठिक कार्यकर्त्ताओं से भी आस्था के अद्वितीय केन्द्र वैष्णोदेवी में शक्तिपीठ निर्माण कार्य में अपना एक अंश लगाने का आग्रह किया।
पूर्व व्यवस्थाओं के लिए पहुँचे पश्चिमोत्तर जोन प्रभारी शांतिकुंज प्रतिनिधि प्रो. प्रमोद भटनागर एवं श्री अजीत फोतेदार का आदरणीय डॉ. साहब के जम्मू प्रवास में विशेष योगदान रहा। स्थानीय प्रमुख कार्यकर्त्ता सर्वश्री ए.के. कौल, नागर जी, डॉ. शिवकुमार जी, राकेश जी आदि की कार्यक्रम की सफलता में महत्त्वपूर्ण भूमिका रही। आदरणीय डॉ. साहब के साथ सर्वश्री सूरज प्रसाद शुक्ला, ओंकार पाटीदार, बसंत यादव, संतोष सिंह एवं संतोष कावड़कर की टोली कार्यक्रम संचालन के लिए पहुँची थी।
गायत्री शक्तिपीठ का निर्माण श्री शोभाराम जी द्वारा दान की गयी ९०७८० वर्ग फीट भूमि पर हो रहा है। यहाँ से वैष्णो देवी मंदिर की चोटियाँ साफ दिखाई देती हैं। स्थानीय परिजन श्री विशनदास जी इस कार्य में पूरा- पूरा सहयोग कर रहे हैं। आदरणीय डॉ. साहब ने मंच से दोनों को गायत्री मंत्र वाला उपवस्त्र उढ़ाकर विशेष रूप से सम्मानित किया।
यह देवभूमि है। मैं यहाँ के कण-कण में दिव्य संस्कारों की अनुभूति कर रहा हूँ। यहाँ बनने जा रहा गायत्री शक्तिपीठ हर साधक को, हर भक्त को नयी चेतना और नयी प्रेरणा देगा। • आदणीय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी
कटरा, जम्मू। जम्मू कश्मीर
परम पूज्य गुरुदेव ने आरंभ में देश के जिन २४ प्रसिद्ध तीर्थों में गायत्री शक्तिपीठ बनाने की घोषणा की थी, उनमें माता वैष्णोदवी का क्षेत्र भी था। युगशक्ति के निरंतर बढ़ते प्रभाव और कार्यकर्त्ताओं के उत्साह के परिणामस्वरूप वह संकल्प साकार होने जा रहा है। माता वैष्णोदेवी के द्वार कटरा से मात्र तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित धनोड़ी ग्राम में भव्य गायत्री शक्तिपीठ का निर्माण होने जा रहा है।
आदरणीय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी ने १२ अक्टूबर को धनौड़ी ग्राम में आयोजित समारोह में शक्तिपीठ निर्माण के लिए पूरे विधि- विधान के साथ भूमिपूजन किया। इस अवसर पर प्रांतीय संगठन के प्रमुख कार्यकर्त्ता और सैकड़ों श्रद्धालु ग्रामवासी उपस्थित थे। इस पावन तीर्थ में शक्तिपीठ निर्माण के प्रति अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आदरणीय डॉ. साहब ने कहा कि यह देवभूमि है। यहाँ के कण- कण में संस्कारों की अनुभूति मैं कर रहा हूँ। यहाँ बनने जा रहा गायत्री शक्तिपीठ हर साधक को, हर भक्त को नयी चेतना और नयी प्रेरणा देगा।
आद. डॉ. साहब ने उपस्थित परिजनों के उत्साह की सराहना की और प्रस्तावित शक्तिपीठ को तीन वर्ष के भीतर पूरा कर लेने की सलाह दी। उन्होंने प्रदेश के नैष्ठिक कार्यकर्त्ताओं से कहा कि इसके लिए गायत्री चेतना केन्द्र बैंगलोर का निर्माण करने वाले युवाओं की तरह इस पुनीत कार्य के लिए उन्हें भी अपनी प्रथम आहुति देनी चाहिए, अपना एक- एक माह का वेतन शक्तिपीठ निर्माण के लिए लगा देना चाहिए। उन्होंने देशभर के नैष्ठिक कार्यकर्त्ताओं से भी आस्था के अद्वितीय केन्द्र वैष्णोदेवी में शक्तिपीठ निर्माण कार्य में अपना एक अंश लगाने का आग्रह किया।
पूर्व व्यवस्थाओं के लिए पहुँचे पश्चिमोत्तर जोन प्रभारी शांतिकुंज प्रतिनिधि प्रो. प्रमोद भटनागर एवं श्री अजीत फोतेदार का आदरणीय डॉ. साहब के जम्मू प्रवास में विशेष योगदान रहा। स्थानीय प्रमुख कार्यकर्त्ता सर्वश्री ए.के. कौल, नागर जी, डॉ. शिवकुमार जी, राकेश जी आदि की कार्यक्रम की सफलता में महत्त्वपूर्ण भूमिका रही। आदरणीय डॉ. साहब के साथ सर्वश्री सूरज प्रसाद शुक्ला, ओंकार पाटीदार, बसंत यादव, संतोष सिंह एवं संतोष कावड़कर की टोली कार्यक्रम संचालन के लिए पहुँची थी।
गायत्री शक्तिपीठ का निर्माण श्री शोभाराम जी द्वारा दान की गयी ९०७८० वर्ग फीट भूमि पर हो रहा है। यहाँ से वैष्णो देवी मंदिर की चोटियाँ साफ दिखाई देती हैं। स्थानीय परिजन श्री विशनदास जी इस कार्य में पूरा- पूरा सहयोग कर रहे हैं। आदरणीय डॉ. साहब ने मंच से दोनों को गायत्री मंत्र वाला उपवस्त्र उढ़ाकर विशेष रूप से सम्मानित किया।