गोवर्धन पूजा में उमड़े लोग, गौवंश को बचाने का लिया संकल्प
हरिद्वार २० अक्टूबर।
गायत्री परिवार के मुख्यालय शांतिकुंज में इको फ्रेंडली दीपावली मनाई गयी। शांतिकुंज व देवसंस्कृति विश्वविद्यालय परिसर को प्राकृतिक रंग एवं गुलाल से आर्कषक ढंग से सजाया गया था, तो वहीं पर्व का मुख्य कार्यक्रम सत्संग हाल में भव्य दीपमहायज्ञ के साथ हुआ। जहाँ गायत्री परिवार के प्रमुखद्वय श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्याजी एवं श्रद्धेया शैल दीदीजी ने बही खाता का पूजन किया।
इस अवसर पर गायत्री परिवार प्रमुख डॉ प्रणव पण्ड्याजी ने कहा कि दिवाली के अवसर पर प्रज्वलित होने वाला दीपक हम सभी को प्रकाशित होने का संदेश देता है। वे अपने भीतर के तेल (स्नेह) की एक-एक बंूद जलाकर जग को प्रकाशित करते हैं। उन्होंने कहा कि उसी मनुष्य का जीवन धन्य है, जिसका तन, मन, धन केवल अपने लिए ही नहीं, वरन् सारे समाज को प्रेरणा प्रकाश देने में लग जाये। डॉ. पण्ड्याजी ने कहा कि बाहर व भीतर की पवित्र (सफाई) होने पर लक्ष्मी विराजती है। संस्था की अधिष्ठात्री शैल दीदीजी ने कहा कि दूसरों के अंधेरा मिटाने में अपना एक अंश लगाने के संकल्प के साथ दीपोत्सव मनाये।
इससे पूर्व संस्था की अधिष्ठात्री शैल दीदीजी व डॉ. प्रणव पण्ड्याजी ने पर्व पूजन किया तथा वेदमाता गायत्री ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं लेखा विभाग प्रभारी श्री हरीश ठक्कर ने बही खातों का पूजन किया। इस अवसर पर वैदिक कर्मकाण्ड श्री उदय किशोर मिश्र व परमानंद द्विवेदी ने सम्पन्न कराया। वहीं शांतिकुंज के अंतेवासी कार्यकर्त्ताओं ने एक दिया सैनिकों के नाम भी जलाये।
वहीं देवसंस्कृति विश्वविद्यालय परिसर स्थित गौशाला में गोवर्धन पूजा का भव्य आयोजन हुआ। लोगों ने इस अवसर पर गाय के संवर्धन एवं गौ उत्पाद को बढ़ाने पर बल दिया।
हरिद्वार २० अक्टूबर।
गायत्री परिवार के मुख्यालय शांतिकुंज में इको फ्रेंडली दीपावली मनाई गयी। शांतिकुंज व देवसंस्कृति विश्वविद्यालय परिसर को प्राकृतिक रंग एवं गुलाल से आर्कषक ढंग से सजाया गया था, तो वहीं पर्व का मुख्य कार्यक्रम सत्संग हाल में भव्य दीपमहायज्ञ के साथ हुआ। जहाँ गायत्री परिवार के प्रमुखद्वय श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्याजी एवं श्रद्धेया शैल दीदीजी ने बही खाता का पूजन किया।
इस अवसर पर गायत्री परिवार प्रमुख डॉ प्रणव पण्ड्याजी ने कहा कि दिवाली के अवसर पर प्रज्वलित होने वाला दीपक हम सभी को प्रकाशित होने का संदेश देता है। वे अपने भीतर के तेल (स्नेह) की एक-एक बंूद जलाकर जग को प्रकाशित करते हैं। उन्होंने कहा कि उसी मनुष्य का जीवन धन्य है, जिसका तन, मन, धन केवल अपने लिए ही नहीं, वरन् सारे समाज को प्रेरणा प्रकाश देने में लग जाये। डॉ. पण्ड्याजी ने कहा कि बाहर व भीतर की पवित्र (सफाई) होने पर लक्ष्मी विराजती है। संस्था की अधिष्ठात्री शैल दीदीजी ने कहा कि दूसरों के अंधेरा मिटाने में अपना एक अंश लगाने के संकल्प के साथ दीपोत्सव मनाये।
इससे पूर्व संस्था की अधिष्ठात्री शैल दीदीजी व डॉ. प्रणव पण्ड्याजी ने पर्व पूजन किया तथा वेदमाता गायत्री ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं लेखा विभाग प्रभारी श्री हरीश ठक्कर ने बही खातों का पूजन किया। इस अवसर पर वैदिक कर्मकाण्ड श्री उदय किशोर मिश्र व परमानंद द्विवेदी ने सम्पन्न कराया। वहीं शांतिकुंज के अंतेवासी कार्यकर्त्ताओं ने एक दिया सैनिकों के नाम भी जलाये।
वहीं देवसंस्कृति विश्वविद्यालय परिसर स्थित गौशाला में गोवर्धन पूजा का भव्य आयोजन हुआ। लोगों ने इस अवसर पर गाय के संवर्धन एवं गौ उत्पाद को बढ़ाने पर बल दिया।