आध्यात्मिक कायाकल्प का विधि- विधान १गायत्री मंत्र हमारे साथ- साथ बोलें-ॐ भूर्भुवः स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।मित्रो। कल्प साधना के लिए आप सभी यहाँ शांतिकुंज आए हैं। कल्प आखिर है क्या जिसके लिए हमने आपको यहाँ बुलाया है। कल्प का अर्थ होता है, परिवर्तन। आपको बदलने का हमारा मन है। आप यदि अभी तक दुखी जीवन जीते रहे हैं तो सुखी जीवन जिएँ। आप बीमार जीवन जीते रहे हैं तो स्वस्थ जीवन जिएँ। आप यदि गुत्थियों से उलझा हुआ जीवन जीते रहे हैं तो अब हँसता- हँसाता जीवन जिएँ। यदि घिनौना, कमजोर और उपेक्षित जीवन जीते...